| 1. | दुष्ट आचरण का त्याग करता हूँ |
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| 2. | मैं अपने दुष्ट आचरण के लिए क्षमा मांगने आया हूं।
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| 3. | भ्रष्ट चिन्तन से दुष्ट आचरण और उसके फलस्वरूप अनर्थों की बाढ़ आई हुई है।
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| 4. | भ्रष्ट चिन्तन अपनाते ही दुष्ट आचरण बन पडने का सिलसिला तेजी से चल पड़ता है।
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| 5. | विपत्तियों को भुगतने का मूल आधार मनुष्य का भ्रष्ट चिंतन एवं दुष्ट आचरण ही होता है।
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| 6. | इनकी मात्रा अधिक बढ़ जाने से व्यक्ति भ्रष्ट, दुष्ट आचरण करता है और पशु-पिशाच कहलाता हैं।
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| 7. | अन्याय दुष्ट आचरण से समझौता करना दुष्टाचरण को समाप्त नहीं करता वरन्च दुष्टाचार को बढावा ही देता है.
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| 8. | इनकी मात्रा अधिक बढ़ जाने से व्यक्ति भ्रष्ट, दुष्ट आचरण करता है और पशु-पिशाच कहलाता हैं ।
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| 9. | दुष्ट आचरण और भ्रष्ट, चिन्तन वाले जो ठहरे॥ लगे धर्म दर्शन पर अपने, क्रूर काल के पहरे।
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| 10. | सज्जनता का वेश बनाकर, दुष्ट आचरण कर लेता है॥ किन्तु कर्मफल की गहराई-मूरख समझ नहीं पाता है।
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